Benefits of Kiwi Fruit – कीवी फल के फायदे

इस आर्टिकल में मैंने कीवी फ़ूड या फल के बेनिफिट्स (benefits of kiwi fruit in Hindi) और उसकी नुट्रिएंट्स पर चर्चा करी है. सारे बेनिफिट्स आम हिंदी में समझाए है ताकि हम सब इस जानकारी का फायदा ले सके. किसी फल के लाभ और भी कई है जो इस लेख में नहीं मिलेंगे। पर जो प्रमुख लाभ है उनको मैंने इसमें डिसकस करा है. 

कीवी फल को अक्सर “सुपरफूड” नहीं माना जाता है, लेकिन वास्तव में यह एक ऐसा फल है जो महत्वपूर्ण विटामिन और खनिजों से भरा होता है और यह आपके स्वास्थ्य पर बहुत सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

यह विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन ई, फोलेट, और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों से भी भरपूर है। इस फल में बहुत सारे एंटीऑक्सिडेंट हैं और यह फाइबर का भी अच्छा स्रोत हैं।

मैं कीवी के फल और ओट्स दोनों को ही अपनी डेली डाइट में जरूर स्थान देता हु.

कीवी के हरे स्लाइस छोटे काले बीज के साथ सलाद, डेसर्ट और फलों के कटोरे में अलग ही दिखाई देते हैं।

उनके छोटे काले बीज और भूरे रंग का छिलका खाने योग्य होते हैं, हालांकि कई इसे खाने से पहले कीवी को छीलना पसंद करते हैं। कीवी एक कठिनता से विकसित होने वाला फल है परन्तु सुपरमार्केट में पूरे वर्ष आसानी से उपलब्ध होता है।

यह कैलिफोर्निया में नवंबर से मई तक और न्यूजीलैंड में जून से अक्टूबर तक उगाए जाते हैं। आजकल तो कीवी के सप्लीमेंट्स भी मार्किट में उपलब्ध हैं। 

कीवी खाने के कई लाभ हैं, यदि आप अपने दैनिक आहार में शामिल करते हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य को कई तरीकों से सुधारने के के काम आता है।

ये रक्तचाप को कम करने, घाव भरने को बढ़ावा देने, आंत्र और पेट को स्वस्थ को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

कीवी फल में पोषण 

nutrition of kiwi fruit

आपने सुना होगा कि कीवी फल विटामिन सी से भरपूर होता है, लेकिन इसके अलावा इसमें एक अविश्वसनीय पोषण प्रोफ़ाइल है। यह कम कैलोरी फल (प्रति 100 ग्राम 61 कैलोरी) आपके आरडीए को कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्रदान कर सकता है।

यहां 100 ग्राम  कच्चे कीवी फल का पोषण प्रोफ़ाइल दिया गया है:

कीवी के स्वास्थ्य लाभ

(Health benefits of kiwi fruit in Hindi)

अस्थमा के इलाज में मदद करता है

(Benefit of kiwi fruit in asthma.)

अस्थमा दुर्बल करने वाला हो सकता है। घरघराहट और सांस फूलना इस स्थिति से संबंधित सबसे आम लक्षण हैं।

यह देखा गया है कि विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा जो कीवी में होती है, वास्तव में अस्थमा से पीड़ित लोगों के इलाज में मदद कर सकती है। 

वर्ष 2000 के एक अध्ययन में पाया गया कि किवी सहित नियमित रूप से ताजे फलों का सेवन करने वालों में फेफड़े की कार्यक्षमता पर लाभकारी प्रभाव पड़ा। कीवी जैसे ताजे फल अतिसंवेदनशील बच्चों में सांस फूलना और सांस की घरघराहट कम कर सकते हैं।

पाचन में सहायता करता है

कीवी में काफी मात्रा में फाइबर होता है जो पाचन में सुधार के लिए इसे उपयोगी होता है। फाइबर के अलावा, कीवी में एक एंजाइम, एक्टिनिडिन भी होता है जो आंतों में प्रोटीन को प्रभावी ढंग से तोड़ सकता है।

हाल ही में एक अध्ययन में पाया गया है कि एक्टिनिडिन युक्त कीवी एक्सट्रैक्ट ने अधिकांश प्रोटीनों के पाचन को बढ़ा दिया है।

खासकर मांसाहारी भोजन खाने के बाद, कीवी खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह मांस और मछली से कठिन प्रोटीन को तोड़ने आसानी से पचने में में मदद करता है जो अक्सर ब्लोटिंग का कारण बन सकता है।

कीवी एक हलके लैक्सटिव की तरह भी कमा करता है जो धीमी पाचन प्रणाली को सुचारु ढंग से काम कारने में मदद करता है।

2019 के एक अध्ययन ने निष्कर्ष निकाला कि जब स्वस्थ लोग कीवी खाते हैं, तो उनकी छोटी आंतें पानी को रोक कर रखने में बेहतर सक्षम होती हैं, जिससे मल नरम होता है और निकासी आसान होती है ।

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शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है

कीवी विटामिन सी और बहुत सारे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। विटामिन सी एक आवश्यक पोषक तत्व है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के बहुत जरुरी है।

विटामिन सी शरीर के सेल्स के फ़ंक्शन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है यह शरीर की कोशिकाओं की फ्री रेडिकल्स से रक्षा करता है। 

एक अध्ययन में पाया गया है कि कीवी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकता है और ठंड या फ्लू जैसी बीमारियों के विकास की संभावना को कम कर सकता है।

खासकर छोटे बच्चों और ६५ साल से ऊपर के वयस्कों के लिए अत्यंत लाभदायक है । 

डीएनए (DNA) की क्षति को कम करता है

फ्री रेडिकल्स और एंटीऑक्सिडेंट का असंतुलन आपके शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा करता है जो हमारे डीएनए को नुकसान पहुंचा सकता है। यह प्रक्रिया डीएनए के स्ट्रैंड के टूटने का कारण भी बन सकती है जिससे और कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

 एक अध्ययन में पाया गया था कि कीवी या कीवी एक्सट्रेक्ट (अर्क ) के नियमित सेवन से ऑक्सीडेटिव तनाव की संभावना कम हो जाती है। इस अध्ययन में लोगों की कोशिकाओं का परीक्षण पेरोक्साइड के साथ नुकसान पहुंचाकर किया गया।

यह देखा गया की जिन लोगो ने नियमित कीवी का सेवन किसी रूप में किया था उनके डीएनए पेरोक्साइड के नुक्सान के बाद खुद की मरम्मत करने की बेहतर क्षमता दिखाते थे।

ऑक्सीडेटिव डीएनए की क्षति को कोलन कैंसर से भी जोड़ा जाता है, नियमित कीवी के सेवन से कोलन कैंसर का खतरा भी कम होता है।

रक्तचाप का प्रबंधन करने में मदद

कीवी फल न केवल हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता हैं, बाकि वे हमारे रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी हमारी मदद कर सकते हैं। इस प्रकार कीवी दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसी बीमारियों को रोकने में मदद कर सकता है। 

एक अध्ययन में पाया गया कि प्रतिदिन तीन कीवी खाने से शरीर को एक दिन में एक सेब से अधिक बायोएक्टिव पदार्थ मिलता है जो रक्तचाप को बेहतर ढंग से कम कर सकते हैं।

रक्त के थक्के जमने (clotting ) को रोकना 

हमारे रक्तचाप को नियंत्रित करने में हमारी मदद करने के अलावा, कीवी रक्त में वसा की मात्रा को कम करके थक्के का जमना कम कर सकता है।

ज्यादातर डॉक्टर हृदय संबंधी बिमारियों से बचने के लिए एस्पिरिन नमक दवाई लेने की सलाह देते हैं। परन्तु एस्पिरिन से गैस्ट्रोइंटेस्टिनल ट्रैक्ट में सूजन और अल्सर पैदा हो सकते हैं जो बहुत ही पीडायक और हानिकारक होते हैं। 

ओस्लो विश्वविद्यालय के एक अध्ययन में पाया गया है कि दिन में दो से तीन कीवी खाने से रक्त के थक्के जमने का खतरा कम हो जाता है। इसे खाने से रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होता है। साथ ही ये प्रभाव एस्पिरिन की दैनिक खुराक के समान होता है। 

दृष्टि हानि से बचाता है

मैकुलर डिजनरेशन दृष्टि हानि का प्रमुख कारण है। कीवी में ज़ेक्सैन्थिन और ल्यूटिन (zeaxanthin and lutein) नामक दो कंपाउंड्स होते हैं जो एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करते हैं और साथ ही आंखों के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व, विटामिन ए, बनाने में मदद करते हैं।

एक अध्ययन के अनुसार दिन में कीवी की तीन सर्विंग्स खाने से मैक्यूलर डिजनरेशन का खतरा 36 प्रतिशत तक काम हो सकता है। 

तंत्रिका तंत्र (nervous system) को स्वस्थ रखता है

एक स्वस्थ तंत्रिका तंत्र हमारे शरीर को ठीक से काम करने के लिए महत्वपूर्ण है। कीवी में कॉपर भी काफी मात्रा में पाया जाता है। कॉपर एक आवश्यक पोषक तत्व है जो तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। 

सूजन कम करने में सहायक 

कीवी में ब्रोमेलैन (Bromelain) नामक एक एंजाइम पाया जाता है। यह एंजाइम आसानी से प्रोटीन को तोड़कर शरीर में सूजन को कम करने में सहायक होता है।

जब हम कीवी का सेवन करते हैं तो ब्रोमेलैन (Bromelain) एंजाइम रक्त में पहुँच जाता है जो सूजन वाले थान पर जमा प्रोटीन को तोडा देता है और सूजन से आराम मिलता है। गठिया (arthiritis) के कारन होने वाली सूजन को कम करने में भी कीवी काफी लाभदायक है। 

शरीर में फ्री रेडिकल्स का ज्यादा होना भी एक तरह का सूजन वाला प्रभाव पैदा कर सकता है। विटामिन सी की उच्च मात्रा इन फ्री रेडिकल्स को ख़तम करके सूजन जैसी तकलीफ से आराम देती है। इसलिए कीवी का नियमित सेवन भी विटामिन सी से भरपूर होने के कारण सूजन को कम करता है।   

निष्कर्ष

कीवी खाने में तो स्वादिष्ट होते ही हैं हम इनहे बहुत तरह से सलाद, स्नैक्स और स्मूथी में इस्तेमाल करते हैं। कीवी बहुत सरे विटामिन्स, फाइबर, और एंटीऑक्सिडेंट्स से भी भरपूर होते हैं जिस कारण से हमे इसने बहुत सरे कायदे मिलते हैं। इसलिए कीवी को ऐसे ही या स्मूथी बना कर खा सकते हैं। कीवी को पकाना नहीं चाहिए ताकि उसमें पायी जाने वाली विटामिन सी बरकरार रहे। कीवी से बने सप्लीमेंट पाउडर, टैबलेट या कैप्सूल भी ले सकते हैं, जो आमतौर पर कीवी के अर्क से बनाए जाते हैं। इन सभी कारणों से कीवी को किसी भी रूप में हमे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए 

Image by S. Hermann & F. Richter from Pixabay

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